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Showing posts from October, 2008

सच्चे दोस्त की बस यही पहचान है

सच्चे दोस्त की बस यही पहचान है , की वो उस वक्त आपकी आंखों मैं दर्द देख लेता है, जब साडी दुनिया आपसे कह रही होती है की "यार तुम हँसते बहुत हो"......

मेरा गम और मेरी हर खुशी तुमसे है

मेरा गम और मेरी हर खुशी तुमसे है, यह दिल का दर्द और सुकून की मोजूदगी तुमसे है, बंद आँखें और भरोसा है तुमपे बेंतेहा, जिंदगी की अँधेरी राहों में रौशनी अब तुमसे है। नलिन

बस यही एक "जज़्बात" ज़िन्दगी कहलाता है

खाके ठोकर "दर्द" का एहसास होता है, "दर्द" के उस एहसास में एक "जज़्बात" जवां होता है, कोई बनाता है इसे ताकत अपनी और किसी की कमजोरी हो जाता है, बस यही एक "जज़्बात" ज़िन्दगी कहलाता है...... नलिन....

कभी कभी जब मेरी ज़िन्दगी की राहों में

कभी कभी जब मेरी ज़िन्दगी की राहों में , किसी अनजाने मोड़ पे तेरी यादों से सामना हो जाता है , बस उस एक पल में जैसे सब थम सा जाता है , फिर एहसास लेते हैं कुछ यूँ करवटें की दिल का दर्द बनके आंसू बह जाता है.................