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Showing posts from May, 2009

जब वो "उफ़" कहा करती है.

मुस्कुराये जब वो तोः सारी कायनात हंसा करती है, पड़े उसके कदम जहाँ वो जगह जन्नत हुआ करती है, दिल के सागर में एहसासों की एक लहर उठा करती है, मेरी बदमाशियों पे जब वो "उफ़" कहा करती है जो मुड़के देख ले बस एक नज़र तोः ज़िन्दगी थमा करती है, उसके हर कदम की आहट पे ऋतुएं बदला करती है, मेरे बिखरे से लफ्जों की ग़ज़ल बना करती है, सुनके मेरे काफिये जब वो "उफ़" कहा करती है, जब भी मिल जाए वो तोः खुशियाँ इनायत करती है, अपनी प्यारी बातों से मन को छुआ करती है, मेरी ज़िन्दगी की रहगुज़र को मंजिल मिला करती है, सुनके मेरी दास्तान-ए-ज़िन्दगी जब वो "उफ़" कहा करती है, खुदा ही जाने यह कैसी जुस्तुजू साथ मेरे हुआ करती है, जितना रहता हूँ दूर उससे उतना ही वो मेरे करीब हुआ करती है, यह कैसी कशिश उसके लफ्जों में हुआ करती है, ज़िन्दगी से होती है मोहोब्बत जब वो "उफ़" कहा करती है. नलिन

Jab Kabhi Woh Udaas Ho Jaya Karti Hai......

वो अक्सर मद्धम मद्धम सा मुस्कुराया करती है, शरारत भरी आंखों से मुझे छेड़ जाया करती है, सताके मुझे जब वो अपना प्यार जताया करती है, न जाने क्यूँ मुझे उससे मोहोब्बत हो जाया करती है, देख के मुझे वो अक्सर मुस्कुराया करती है, झील सी गहरी आंखों से कुछ कह जाया करती है, हँसते हँसते जब वो झूठ मूठ का रूठ जाया करती है, न जाने क्यूँ मुझे उससे मोहोब्बत हो जाया करती है, जब कभी वो उदास हो जाया करती है, अपनी आंखों से मोती बरसाया करती है, फिर सुनके मेरी कोई बेवकूफी वो हंस जाया करती है, न जाने क्यूँ मुझे उससे मोहोब्बत हो जाया करती है, कभी करती है बातें बड़ों सी और कभी बच्ची बन जाया करती है, अपनी अदाओं से वो अक्सर मुझे रिझाया करती है, आंखों में छुपाके मोहोब्बत जब लबों से इंकार कर जाया करती है, न जाने क्यूँ मुझे उससे मोहोब्बत हो जाया करती है, नलिन English Version Woh Aksar Maddham Sa Muskuraya Karti Hai, Sharart Bhari Aankhon Se Mujhe Ched Jaya Karti Hai, Satake Mujhe Jab Woh Apna Pyar Jataya Karti Hai, Na Jane Kyun Mujhe Ussay Mohobbat Ho Jaya Karti Hai Dekh Ke Mujhe Woh Aksar Muskuraya Karti Hai, Jheel Si